नवीनतम लेख

मैया तुम्हारे चरणों में (Maiya Tumhare Charno Me)

मिलता है सच्चा सुख केवल,

मैया तुम्हारे चरणों में,

यह विनती है हर पल मैया,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥


चाहे बैरी जग संसार बने,

चाहे जीवन मुझ पर भार बने,

चाहे मौत गले का हार बने,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥


चाहे अग्नि में मुझे जलना हो,

चाहे कांटो पे मुझे चलना हो,

चाहे छोड़ के देश निकलना हो,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥


चाहे संकट ने मुझे घेरा हो,

चाहे चारों और अंधेरा हो,

पर मन नहीं डगमग मेरा हो,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥


जिव्हा पे तुम्हारा नाम रहे,

तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे,

तेरी याद मे आठों याम रहे,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥


मिलता है सच्चा सुख केवल,

मैया तुम्हारे चरणों में,

यह विनती है हर पल मैया,

रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

मिलता है सच्चा सुख केवल ॥

श्री रामदेव चालीसा (Shri Ramdev Chalisa)

जय जय जय प्रभु रामदे, नमो नमो हरबार।
लाज रखो तुम नन्द की, हरो पाप का भार।

पौष पूर्णिमा 2025

सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने का विधान है। इस दिन से प्रयागराज में कल्पवास शुरू किया जाता है, इस दिन व्रत, स्नान दान करने से मां लक्ष्मी और विष्णु जी बेहद प्रसन्न होते हैं।

विनायक चतुर्थी कब है

विनायक चतुर्थी भगवान गणेश जी को समर्पित है। यह प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सभी दुखों का नाश होता है।

गजानन आये मेरे द्वार(Gajanan Aaye Mere Dwar )

गजानन आए मेरे द्वार॥
श्लोक – वक्रतुंड महाकाय,

यह भी जाने