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मैया के पावन चरणों में (Maiya Ke Pawan Charno Mein)

मैया के पावन चरणों में,

तू सर झुका के देख ले,

देती है वरदान सबको,

तू भी आके देख ले,

मैया के पावन चरणो में,

शेरावाली की जय,

मेहरावाली की जय ॥


माँ तेरे घट घट की जाने,

इसको क्या बतलायेगा,

मांगने की क्या ज़रूरत,

ऐसे ही मिल जाएगा,

भोली भाली मैया को बस,

तू रिझा कर देख ले,

देती है वरदान सबको,

तू भी आके देख ले,

मैया के पावन चरणो में,

शेरावाली की जय,

मेहरावाली की जय ॥


सच्चे भक्तों से मिलने का,

माँ को रहता चाव है,

रोली मोली चुनरी से,

बढ़कर तेरे भाव है,

प्रेम के दो बूँद आंसू,

तो बहकर देख ले,

देती है वरदान सबको,

तू भी आके देख ले,

मैया के पावन चरणो में,

शेरावाली की जय,

मेहरावाली की जय ॥


माँ सदा करती रखवाली,

भक्तों के परिवार की,

सारा जग जाने है महिमा,

मैया के दरबार की,

‘बिन्नू’ मैया दौड़ी आये,

तू बुलाकर देख ले,

देती है वरदान सबको,

तू भी आके देख ले,

मैया के पावन चरणो में,

शेरावाली की जय,

मेहरावाली की जय ॥


मैया के पावन चरणों में,

तू सर झुका के देख ले,

देती है वरदान सबको,

तू भी आके देख ले,

मैया के पावन चरणो में,

शेरावाली की जय,

मेहरावाली की जय ॥

सर्पों की देवी मनसा की पूजा कैसे करें?

पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे झारखंड के कसमार प्रखंड सहित आसपास के गांवों में सर्पों की देवी मां मनसा की पूजा बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। हर साल गांवों में जगह-जगह मां मनसा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है।

प्रदोष व्रत शुभ योग

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मुंडन संस्कार पूजा विधि

मुंडन संस्कार हिंदू धर्म के सबसे पवित्र संस्कारों में से एक हैं। इसे बच्चे के जन्म के एक निश्चित समय बाद पूरा किया जाना होता है। यह संस्कार बच्चे के जीवन में एक नया चरण शुरू करने का प्रतीक होता है।

वैकुंठ द्वारम, तिरूमाला मंदिर

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