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मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें (Maiya Ji Se Hoga Milan Dheere Dheere)

लग जाएगी लगन धीरे धीरे,

मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


करले भरोसा मैया पे प्यारे,

छोड़ दे झूठे जग के सहारे,

जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,

जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


ज्ञानू सरिका करले समर्पण,

चरणों में कर दे खुद को तू अर्पण,

धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,

धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


दिल को लगा ले चरणों में प्यारे,

‘हर्ष’ रहेगी संग ये तुम्हारे,

महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,

महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥


लग जाएगी लगन धीरे धीरे,

मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,

मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥

मै तो लाई हूँ दाने अनार के (Main To Layi Hu Daane Anaar Ke)

मैं तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥

श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम्

शिवहरे शिवराम सखे प्रभो,त्रिविधताप-निवारण हे विभो।
अज जनेश्वर यादव पाहि मां,शिव हरे विजयं कुरू मे वरम्॥

मेरे तन में भी राम, मेरे मन में भी राम(Mere Tan Mein Bhi Ram Mere Maan Mein Bhi Ram)

मेरे तन में भी राम,
मेरे मन में भी राम,

विद्यारंभ संस्कार पूजा विधि

हिंदू संस्कृति में मनुष्य के जीवन के अलग अलग पड़ावों को संस्कारों के साथ पवित्र बनाया जाता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है विद्यारंभ संस्कार । यह संस्कार बच्चों के जीवन में शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक है।

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