नवीनतम लेख

मात जवाला कर उजियाला (Maat Jwala Kar Ujiyala)

मात ज्वाला कर उजियाला,

तेरी ज्योत जगाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके,

बनके तेरे चरणों का सेवक,

मुँह माँगा वर पाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥


माँ अम्बे रानिये,

कितना प्यारा तेरा धाम है,

हर दुःख से दूर है वो,

जिसकी जुबां पे तेरा नाम है,

मोह माया को,

मोह माया को मन से भगा के,

तेरा ध्यान लगाऊं,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके।।

मात ज्वाला कर उजियाला,

तेरी ज्योत जगाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥


तुम हो वरदानी मैया,

वर दे दे करदे पूरी आस तू,

मन का अँधेरा हर ले,

ज्योति का करदे माँ प्रकाश तू,

चरणों में तेरे उम्र गुजारूं,

रंग में तेरे रंग जाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥


मात ज्वाला कर उजियाला,

तेरी ज्योत जगाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥


तेरे ही दर पे मिलती,

हर दुखियारे को माँ ओट है,

क्यों है ठुकराया मुझको,

कैसी ‘सरल’ में बोलो खोट है,

इस ‘लख्खा’ की,

इस ‘लख्खा’ की सुने ना कोई,

तुझको आन सुनाऊं,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके।।

मात जवाला कर उजियाला,

तेरी ज्योत जगाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥


मात जवाला कर उजियाला,

तेरी ज्योत जगाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके,

बनके तेरे चरणों का सेवक,

मुँह माँगा वर पाऊँ,

तेरे दरबार आके,

तेरे दरबार आके ॥

बालाजी म्हारा कष्ट निवारो जी: भजन (Balaji Mhara Kasht Niwaro Ji)

बालाजी म्हारा कष्ट निवारो जी,
दुखड़ा का मारया हाँ,

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे(Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge)

मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,

श्री गायत्री मैया की आरती (Shri Gayatri Maiya Ki Aarti)

जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥

शाबर मंत्र पढ़ने के लाभ

शाबर मंत्र भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इन मंत्रों की रचना ऋषि-मुनियों और सिद्ध महात्माओं ने साधारण भाषा में की थी, ताकि हर व्यक्ति इन्हें समझ सके और उपयोग कर सके।

यह भी जाने