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माँ का नाम जपे जा हर पल(Maa Ka Naam Jape Ja Har Pal)

माँ का नाम जपे जा हर पल,

लागे ना कोई मोल रे,

जय माता दी बोल रे तू,

जय माता दी बोल रे ॥


माता रानी की मन्त्र जो जपते,

माँ को लगते प्यारे,

महारानी माँ वैष्णो का तू,

निशदिन ध्यान लगा ले,

मन की अंगूठी में तू जड़ ले,

ये हीरा अनमोल रे,

जय माता दी बोल रे तू,

जय माता दी बोल रे ॥


जिसने जो माँगा दे डाली,

ऐसी है माँ दानी,

इनसे ना कोई भेद छुपा है,

सबके मन की जानी,

सबकी नेकी बदिया रही माँ,

सच की तराजू तोल रे,

जय माता दी बोल रे तू,

जय माता दी बोल रे ॥


लाल चुनरिया ओढ़ के बैठी,

गुफा में पिंडी रानी है,

माँ की महिमा कैसे जाने,

हम मूरख अज्ञानी है,

यहाँ वहां मत ढूढ़ सरल तू,

भीतर अपने टटोल रे,

जय माता दी बोल रे तू,

जय माता दी बोल रे ॥


माँ का नाम जपे जा हर पल,

लागे ना कोई मोल रे,

जय माता दी बोल रे तू,

जय माता दी बोल रे ॥

प्यारे हनुमान एक काम कर दे (Pyare Hanuman Ek Kaam Kar De)

राम के दुलारे एक काम कर दे,
प्यारे हनुमान एक काम कर दे,

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देखो राजा बने महाराज,
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आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में - भजन (Aaj Hai Anand Baba Nand Ke Bhawan Mein)

आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में,
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2025 की पहली बैकुंठ एकादशी कब है

सनातन धर्म में बैकुंठ एकादशी का विषेश महत्व है। इस पवित्र दिन पर भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को मृत्यु उपरांत बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है।

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