नवीनतम लेख

लेके पूजा की थाली

लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली

तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ

तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा

तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

ओ, माँ, ओ, माँ


लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली

तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ

तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा

तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

ओ, माँ, ओ, माँ


धूल तेरे चरणों की लेकर माथे तिलक लगाया।

हो, धूल तेरे चरणों की लेकर माथे तिलक लगाया।

यही कामना लेकर, मैय्या, द्वार तेरे मैं आया।

रहूँ मैं तेरा हो के, तेरी सेवा में खो के।

सारा जीवन गुज़ारूँ, भोली माँ।

तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।

तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

ओ, माँ, ओ, माँ


सफल हुआ ये जनम कि मैं था जन्मों से कंगाल।

हो, सफल हुआ ये जनम कि मैं था जन्मों से कंगाल।

तूने भक्ति का धन दे के कर दिया मालामाल।

रहें जब तक ये प्राण, करूँ तेरा ही ध्यान।

नाम तेरा पुकारूँ, भोली माँ।

तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।

तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

ओ, माँ, ओ, माँ


लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली।

तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ।

तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा।

तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।

ओ, माँ, ओ, माँ

ओ, माँ, ओ, माँ


महादेव शंकर हैं जग से निराले - भजन (Mahadev Shankar Hain Jag Se Nirale)

महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ।

माँगा है भोलेनाथ से, वरदान एक ही(Manga Hai Bholenath Se Vardan Ek Hi)

माँगा है भोलेनाथ से,
वरदान एक ही,

गणपति तुम सब गण के राजा (Ganpati Tum Sab Gan Ke Raja)

गणपति तुम सब गण के राजा,
गणपति तुम सब गण के राजा,

दिवाली पूजा विधि 2025

दिवाली का दिन महालक्ष्मी का वरदान पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। दीपावली की रात सबसे अधिक अंधेरी होती है, और मान्यता है कि इस रात महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं।