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किस्मत को मेरी आज, बना क्यों नहीं देते (Kismat Ko Meri Aaja Bana Kyo Nahi Dete)

किस्मत को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

बालक जो समझते हो तो,

अपना जो समझते हो तो,

बता क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


जब दर पर बुलाया है मुझे,

तुमने भी भोले,

जब अपना बनाया है मुझे,

तुमने भी भोले,

जब दर पर बुलाया है मुझे,

तुमने भी बोले,

हर गम को मेरे आज,

मिटा क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


हरसोला में तेरा प्रभु,

दरबार है न्यारा,

भटके हुए इंसान को,

दिया तुमने सहारा,

हरसोला में तेरा प्रभु,

दरबार है न्यारा,

बिगड़ी को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


गर तुम ना सुनोगे तो,

मेरी कौन सुनेगा,

ये ‘विशाल’ प्रभु आपकी,

चौखट पर मरेगा,

गर तुम ना सुनोगे तो,

मेरी कौन सुनेगा,

नैया को मेरी पार,

लगा क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


किस्मत को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

बालक जो समझते हो तो,

अपना जो समझते हो तो,

बता क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


उज्जैन के महाराज हो, दीनो के दीनानाथ हो (Ujjain Ke Maharaj Ho Dino Ke Dinanath Ho)

उज्जैन के महाराज हो,
दीनो के दीनानाथ हो,

अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है (Anmol Tera Jeevan Yuhi Ganwa Raha Hai)

अनमोल तेरा जीवन,
यूँ ही गँवा रहा है,

विनायक चतुर्थी के उपाय

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का व्रत विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा को समर्पित है। उन्हें विघ्नहर्ता और शुभ फल प्रदान करने वाला देवता माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने और कुछ उपाय अपनाने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं और मनचाही सफलता प्राप्त होती है।

तू टेढ़ा तेरी टेढ़ी रे नजरिया - भजन (Tu Tedha Teri Tedhi Re Najariya)

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