नवीनतम लेख

कान्हा तेरी मुरली की, जो धुन बज जाए (Kanha Teri Murli Ki Jo Dhun Baj Jaaye)

कान्हा तेरी मुरली की,

जो धुन बज जाए,

ग्वाले नाचे गोपियाँ,

नाचे सारी टोलियाँ,

राधा नाचे झूम झूम,

कान्हा तेरीं मुरली की,

जो धुन बज जाए ॥


कुंज गली में जैसे,

बाजे बासुरिया,

दीवानी तैसे हुई,

ब्रज की नगरिया,

खींची चली जाए गोपी,

बन के बावरिया,

इत उत भागे बेसूध,

सारी गुजरिया,

कैसा जादूगर तू,

सांवला कन्हैया,

कान्हा तेरीं मुरली की,

जो धुन बज जाए ॥


मतवाली हो गई,

धुन सुन गैया,

बछड़ो को छोड़ भागी,

देखो सारी गैया,

जहाँ है कन्हैया,

वही सारी गैया,

थन से दूध,

बहाने लगी गैया,

यमुना नदी तो लागे,

दूध की नदियां,

कान्हा तेरीं मुरली की,

जो धुन बज जाए ॥


ममता की मारी देखो,

यशोमति मैया,

धुन सुन बंसी की,

व्याकुल हुई मैया,

माखन निकाले झट,

दही मथे मैया,

बेसुध बोले माखन,

खा ले रे कन्हैया,

कैसी तेरी लीला है,

जग के रचैया,

कान्हा तेरीं मुरली की,

जो धुन बज जाए ॥


कान्हा तेरी मुरली की,

जो धुन बज जाए,

ग्वाले नाचे गोपियाँ,

नाचे सारी टोलियाँ,

राधा नाचे झूम झूम,

कान्हा तेरीं मुरली की,

जो धुन बज जाए ॥

मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ (Main To Shiv Hi Shiv Ko Dhyau)

मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ,
जल से स्नान कराऊँ,

दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

शरद पूर्णिमा 2024 तिथि: चांद से बरसता अमृत, जानें तारीख और शुभ मुहूर्त

शरद पूर्णिमा के बारे में कहा जाता है कि इस दिन रात को चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है। अश्विन मास की पूर्णिमा का ये दिन शरद ऋतु की शुरुआत माना जाता है।

आये जी आये नवराते (Aaye Ji Aaye Navrate)

आये जी आये नवराते आये,
भक्तों को मैया दर्शन दिखाएं,

यह भी जाने