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कलयुग में शिवयुग आया है (Kalyug Mein Shiv Yug Aaya Hai)

कलयुग में शिवयुग आया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

हर भगत ने तुझको पाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


शिव मंदिर में तेरे भगत खड़े,

तेरे नाम की अलख जगाए खड़े,

मूलमंत्र उन्हें अब भाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

कलयुग में शिवयुग आया हैं,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


पंडालों में भारी भीड़ पड़ी,

शिव कृपा की ऐसी होड़ लगी,

कण कण में शंकर समाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

कलयुग में शिवयुग आया हैं,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


कलयुग में शिवयुग आया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

हर भगत ने तुझको पाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥

शनिवार को कष्ट कटे, मंगल हो मंगलवार(Saniwar Ko Kasht Kate Mangal Ho Mangalwar)

आ जाओ और किरपा पा लो,
हफ्ते में दो बार,

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

माघ मास की कृष्ण जन्माष्टमी, जो कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह इस साल 2025 में 21 जनवरी को पड़ रही है।

अमावस्या और शनिवार का संयोग, करें ये उपाय

इस वर्ष मार्गशीर्ष अमावस्या 30 नवंबर 2024 को सुबह 10:29 बजे से प्रारंभ होगी जो अगले दिन 1 दिसंबर 2024 को सुबह 11:50 बजे तक जारी रहेगी।

वो है जग से बेमिसाल सखी

कोई कमी नही है, दर मैय्या के जाके देख।
देगी तुझे दर्शन मैय्या, तू सर को झुका के देख।

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