नवीनतम लेख

कैसे दर आऊं, मैं तेरे दरश पाने को (Kaise Dar Aau Main Tere Darash Pane Ko)

कैसे दर आऊं,

मैं तेरे दरश पाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को ॥


जिसको भी चाहो तुम,

दर पे बुलाते बाबा,

मुझ अभागे को क्यों तुम,

हो सताते बाबा,

मुझे दर पे बुला लो,

गले अपने लगा लो,

मेरी सच्ची है भक्ति,

जो चाहे आजमा लो,

छोड़ के आऊंगा मैं,

छोड़ के आऊंगा मैं,

सारे इस ज़माने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को ॥


मेरे कर्मो की सजा है जो,

दरश पा ना सका,

तेरे दरबार मेरे बाबा,

मैं जो आ ना सका,

मेरे पापों को हे शिव,

ना दिल से यूँ लगाओ,

मुझे भी दे दो माफ़ी,

दरश अपने कराओ,

मन में है मूरत तेरी,

मन में है मूरत तेरी,

आऊंगा सजाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को ॥


दर तेरे बाबा मैं,

क्या ले करके आऊंगा,

तू तो दानी है तुझको,

क्या मैं चढ़ाऊंगा,

पास श्रद्धा है मेरे,

जो लेके दर पे आऊं,

अपनी भक्ति के बाबा,

फुल तुझको चढाऊं,

रूठे है बाबा,

रूठे है बाबा,

आऊंगा मैं मनाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को ॥


कैसे दर आऊं,

मैं तेरे दरश पाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को,

हे शिव शंकर दर्शन दे दो,

अपने दीवाने को ॥

यमुना माता की पूजा कैसे करें?

भारत की पवित्र नदियों में से एक यमुना नदी है और इसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। यमुना नदी उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है और प्रयागराज में गंगा नदी में मिल जाती है।

षटतिला एकादशी पर ना करें ये काम

षटतिला एकादशी भगवान विष्णु जी को समर्पित है। हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को ही षटतिला एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पूरी श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु की आराधना करने से पापों से मुक्ति मिलती है।

हर बार तेरे दर पे, नव गीत सुनाएंगे (Har Baar Tere Dar Pe Nav Geet Sunayenge)

हर बार तेरे दर पे,
नव गीत सुनाएंगे,

यह भी जाने