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कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा (Kahna Ve Assan Tera Janmdin Manavna)

रीझा भरी घडी यह आई,

घर घर होई रोशनाई

मात यशोदा लल्ला जाया,

सुनंदा ने थाल वजायी


कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा

मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना

असां नाचना ते तैनू नचावना,

असां नाचना ते तैनू नचावना

॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥


वांग भोले दे अलख जगाई ए

मात यशोदा तो बक्शीश पायी ए

नाले तेरा है दर्शन पावना,

नाले तेरा है दर्शन पावना

मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना

॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥


विच ख़ुशी दे होए मस्ताने

प्रेम तेरे दे बने परवाने

साडा प्यार कदे ना भुलावना,

साडा प्यार कदे ना भुलावना

मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना

॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥


वजदे ढोल ते वज्जे शहनाई

कमल कपिल पूरी आये दोनों भाई

एहना तेरा ही नाम जपावना,

एहना तेरा ही नाम जपावना

मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना

॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥


कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा

मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना

असां नाचना ते तैनू नचावना,

असां नाचना ते तैनू नचावना

तेरे दर जबसे ओ भोले, आना जाना हो गया(Tere Dar Jab Se O Bhole Aana Jana Ho Gaya)

तेरे दर जबसे ओ भोले,
आना जाना हो गया,

दशहरा-विजयादशमी की पौराणिक कथा

शारदीय नवरात्र के बाद 10वें दिन दशहरे का त्योहार देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था।

भानु सप्तमी का व्रत क्यों रखा जाता है

हर माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर यदि रविवार होता है, तो उस दिन भानु सप्तमी मनाई जाती है। मार्गशीर्ष मास में ये विशेष संयोग 08 दिसंबर, रविवार को बन रहा है।

हे भोले शंकर पधारो (Hey Bhole Shankar Padharo)

हे भोले शंकर पधारो हे भोले शम्भू पधारो
बैठे छिप के कहाँ जटा धारी पधारो

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