नवीनतम लेख

कभी दुर्गा बनके, कभी काली बनके (Kabhi Durga Banke Kabhi Kali Banke)

कभी दुर्गा बनके,

कभी काली बनके,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


ब्रम्हचारिणी रूप में आना,

ब्रम्हचारिणी रूप में आना,

भक्ति हाथ ले के,

शक्ति साथ ले के,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


तुम दुर्गा रूप में आना,

तुम दुर्गा रूप में आना,

सिंह साथ ले के,

चक्र हाथ ले के,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


तुम काली रूप में आना,

तुम काली रूप में आना,

खप्पर हाथ ले के,

योगिनी साथ ले के,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


तुम शीतला रूप में आना,

तुम शीतला रूप में आना,

झाड़ू हाथ ले के,

गधा साथ ले के,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


तुम गौरा के रूप में आना,

तुम गौरा के रूप में आना,

माला हाथ ले के,

गणपति साथ ले के,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥


कभी दुर्गा बनके,

कभी काली बनके,

चली आना,

मैया जी चली आना ॥

शिव शंकर तुम कैलाशपति (Shiv Shankar Tum Kailashpati)

शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,

जीण भवानी की दुनिया दीवानी है (Jeen Bhawani Ki Duniya Diwani Hai)

जीण भवानी की दुनिया दीवानी है,
कलयुग में माँ की एक अजब कहानी है,

मासिक शिवरात्रि: भगवान शिव नमस्काराथा मंत्र

हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है। नवंबर माह की शिवरात्रि मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में पड़ती है, और यह दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने का उत्तम अवसर है।

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां (Aja Maa Tenu Ankhiyan Udeekdiyan)

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥

यह भी जाने