नवीनतम लेख

जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए,

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।


सागर को लांग के इसने,

सीता का पता लगाया,

प्रभु राम नाम का डंका,

लंका में जाके बजाया ,

माता अंजनी की ऐसी,

संतान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


लक्षमण को बचाने की जब,

सारी आशाये टूटी,

ये पवन वेग से जाकर,

लाये संजीवन बूटी,

पर्वत को उठाने वाले,

बलवान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


विभीषण जब इनकी भक्ति पर,

जब प्रश्न आज उठाया

तो चीर के सीना अपना,

श्री राम का दरश कराया

इन परम भक्त हनुमान,

माता अंजनी के संतान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


सालासर में भक्तो की,

ये पूरी करे मुरादे,

मेहंदीपुर ये सोनू.

दुखियो के दुखारे काटे,

दुनिया से निराले इसके,

दोनों धाम के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


जो खेल गये प्राणो पे,

श्री राम के लिए,

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला (Gaura Rani Ne Japi Aisi Mala)

गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,
मिला है देखो डमरू वाला ॥

मोक्षदा एकादशी व्रत क्यों विशेष है

मोक्षदा एकादशी सनातन धर्म में अत्यंत पवित्र और शुभ मानी जाती है। इसे मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है।

बाबा तुम जो मिल गए - श्री श्याम(Baba Tum Jo Mil Gaye)

वो नाव कैसे चले
जिसका कोई खेवनहार ना हो,

धनदालक्ष्मी स्तोत्रम्

देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम्।
कृपया पार्वती प्राह शंकरं करुणाकरम्॥