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जिस दिल में आपकी याद रहे(Jis Dil Main Aapki Yaad Rahe)

जिस दिल में आपकी याद रहे

प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो

राही न सही मंजिल की तरफ

राही की तरफ मंजिल करदो


मन में भी अनेक विकारों ने

डटकर के डेरा डाल लिया

इस छल मन से यदि प्रेम है तो

जन मन का मन निर्मल करदो

जिस दिल में आपकी याद रहे

प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो


पाकर मैं आपकी भक्ति प्रभु

वह थे जो झूमते मस्ती में

करुणा करके राजेश को भी प्रभु

उन मस्तों में शामिल कर दो

जिस दिल में आपकी याद रहे

प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो


रंगलो अपने रंग में मुझको

जिससे न कुसंग का रंग चढ़े

दुनिया के प्रेम में पागल हूँ

अपना करके पागल करदो

जिस दिल में आपकी याद रहे

प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो

काली सहस्त्रनाम (Kali Sahastranam)

श्मशान-कालिका काली भद्रकाली कपालिनी ।

प्रदोष व्रत पर क्या करें या न करें

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह व्रत प्रत्येक महीने में दो बार, त्रयोदशी तिथि को (स्नान, दिन और रात के समय के अनुसार) किया जाता है, एक बार शुक्ल पक्ष में और दूसरी बार कृष्ण पक्ष में।

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं (Gopal Gokul Valbhe Priya Gop Gosut Valbham)

गोपाल गोकुल वल्लभे,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभं ।

क्यों खास है यशोदा जयंती

हिंदू धर्म में यशोदा जयंती बहुत खास मानी जाती है। यशोदा जयंती का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण की मां यशोदा के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने भले ही माता देवकी के गर्भ से जन्म लिया था परंतु उनका पालन-पोषण माता यशोदा ने ही किया था।

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