नवीनतम लेख

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो(Jis Desh Mein Jis Vesh Main Raho)

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस धाम में, जिस काम में, जिस नाम में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस रंग में, जिस संग में, जिस ढंग में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस रोग में, जिस भोग में, जिस योग में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस हाल में, जिस चाल में, जिस काल में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस ध्यान में, जिस ज्ञान में, परिधान में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

गंगा से गंगाजल भरक (Ganga Se Gangajal Bharke)

गंगा से गंगाजल भरके,
काँधे शिव की कावड़ धरके,

करें भगत हो आरती माई दोई बिरियां

सदा भवानी दाहनी।
सदा भवानी दाहनी, सम्मुख रहें गणेश।
पांच देव रक्षा करें,
ब्रह्मा, विष्णु, महेश।

बोल बम बम प्यारे बोल बम बम (Bol Bam Bam Pyare Bol Bam Bam)

बम बम बम बम बम बम बम बम,
जिंदगी में कुछ भी रहेगा नही गम,

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन (Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan)

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।

यह भी जाने