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झूम उठा दिल देख नजारा, उस सालासर धाम का(Jhoom Utha Dil Dekho Nazara Us Salasar Dham Ka)

झूम उठा दिल देख नजारा,
उस सालासर धाम का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का ॥


मंदिर आलिशान है,
मंदिर में हनुमान है,
शीश झुकाकर भक्त सभी,
कहते जय श्री राम है,
आ गए आंसू देख के ऐसा,
आ गए आंसू देख के ऐसा,
रिश्ता भक्त भगवान का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का ॥


मुख से जय श्री राम कहो,
हनुमान खुश होते है,
जय जय जय हनुमान कहो,
श्री राम खुश होते है,
हनुमान सा भक्त नहीं है,
हनुमान सा भक्त नहीं है,
कहना वेद पुराण का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का ॥


दुनिया वालो राम की,
भक्ति में सब झूमो ना,
सच्चे इस दरबार में,
चरणों को तुम चूमो ना,
आ गए आंसू देख के ऐसा,
आ गए आंसू देख के ऐसा,
रिश्ता भक्त भगवान का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का ॥


झूम उठा दिल देख नजारा,
उस सालासर धाम का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का,
झंडा श्री राम का,
डंका हनुमान का ॥
कार्तिगाई दीपम क्यों मनाते हैं

कार्तिगाई दीपम पर्व प्रमुख रूप से तमिलनाडु, श्रीलंका समेत विश्व के कई तमिल बहुल देशों में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और उनके पुत्र कार्तिकेय की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

मन के मंदिर में प्रभु को बसाना(Man Ke Mandir Mein Prabhu Ko Basana)

मन के मंदिर में प्रभु को बसाना,
बात हर एक के बस की नहीं है,

तेरी तुलना किससे करूं माँ(Teri Tulna Kisse Karu Maa)

तेरी तुलना किससे करूँ माँ,
तेरी तुलना किससे करूं माँ,

काल भैरव की कथा

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इस दिन तंत्र-मंत्र के देवता काल भैरव की पूजा की जाती है, जो भगवान शिव के रौद्र रूप हैं।

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