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जिन भवानी माँ (Jeen Bhawani Maa)

जिन भवानी माँ,

थारी महिमा न्यारी है,

थाने पुजे दुनिया सारी है ॥


ममतामयी मेरी मां,

करुणा मयी मेरी मां,

म्हे बालक हा नादान,

हे बुध्दी मति माता,

हे जगमती माता,

म्हे निर्गुण दयो थे ज्ञान,

आनंद कर दयो मां,

जग विख्यात थारी दातारी है,

थाने पुजे दुनिया सारी है,

जिन भवानी मां,

थारी महिमा न्यारी है ॥


हे जग पटरानी मां,

थे हो कल्याणी मां,

अरज स्वीकार करो,

हे शक्ति प्रदायनि मां,

हे भक्ति प्रदायनि मां,

सुख सु यश प्रदान करो,

म्हे टाबर थारा,

तु ही कुल की धणीयानी है,

थाने पुजे दुनिया सारी है,

जिन भवानी मां,

थारी महिमा न्यारी है ॥


मरुधर मे गोरिया धाम,

तीरथ बन्यो महान,

बठे थे बिराजो हो,

सागे हर्ष भैरो जी,

काटे कस्ट सके जी,

सबका कारज साधो हो,

निर्मल बोले माँ,

तु तो भक्ता की हितकारी है,

थाने पुजे दुनिया सारी है,

जिन भवानी मां,

थारी महिमा न्यारी है ॥


जिन भवानी माँ,

थारी महिमा न्यारी है,

थाने पुजे दुनिया सारी है ॥

Anant Chaturdashi 2024: अनंत चतुर्दशी, तिथि, व्रत, कथा

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और भगवान विष्णु को भोग लगाते हैं।

मेरी वैष्णो मैया, तेरी महिमा अपरम्पार (Meri Vaishno Maiya Teri Mahima Aprampar)

मेरी वैष्णो मैया,
तेरी महिमा अपरम्पार,

क्यों मनाते हैं रथ सप्तमी

रथ सप्तमी सनातन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह त्योहार 4 फरवरी को मनाई जाएगी।

मोक्षदा एकादशी पर कैसे करें तुलसी पूजन

शास्त्रों मोक्षदा एकादशी का व्रत बेहद मंगलकारी माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है और यह सबसे पावन दिनों में से एक माना जाता है।