नवीनतम लेख

ईश्वर को जान बन्दे, मालिक तेरा वही है(Ishwar Ko Jaan Bande Malik Tera Wahi Hai)

ईश्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है,

करले तू याद दिल से,

हर जाम वो सही है ।

ईष्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥


भूमि अगन पवन में,

सागर पहाड़ बन में,

उसकी सभी भुवन में,

छाया समा रही है ।

ईष्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥


उसने तुझे बनाया,

जब खेल ये दिखाया,

तू क्यों फिरे भुलाया,

उमरा बिता रही है ।

ईश्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥


विषयो की छोड़ आशा,

सब झुटे है तमाशा,

हैरान हु में खुद भी,

अब माया फसा रही है ।

ईष्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥


दुनिया से दिल हटाले,

प्रभु ध्यान में लगा ले,

ब्रम्हानंद मोक्ष पा ले,

कल का पता नही है ।

ईश्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥


ईष्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है,

करले तू याद दिल से,

हर जाम वो सही है ।

ईष्वर को जान बन्दे,

मालिक तेरा वही है ॥

2025 की पहली मासिक दुर्गाष्टमी कब है

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन मां भगवती की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

झण्डा ऊँचा रहे हमारा (Jhanda Uncha Rahe Hamara)

झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

मैं सहारे तेरे, श्याम प्यारे मेरे (Main Sahare Tere, Shyam Pyare Mere)

मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,

श्याम ऐसो जिया में समाए गयो री: भजन (Shyam Eso Jiya Me Samay Gayo Ri)

श्याम ऐसो जिया में,
समाए गयो री,

यह भी जाने