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हे शेरावाली नजर एक कर दो(Hey Sherawali Nazar Ek Kar Do)

हे शेरावाली नजर एक कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो,

अपने ही रंग में मेरा चोला रंग दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥


तेरे सिवा ना मुझे कुछ भी भाए,

देखूं जिधर भी नज़र तू ही आए,

मुझको दीवाना कर इस कदर दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥


रूठे भले माँ ये सारा जमाना,

हे जग की मालिक ना तुम रूठ जाना,

सिर पे तू मेरे माँ हाथ धर दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥


दे दो मुझे भीख में अपनी भक्ति,

चढ़ के ना उतरे माँ दो ऐसी मस्ती,

फैलाए कबसे खड़ा झोली भर दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥


सोए जगा दो हे माँ भाग्य मेरे,

गाता रहूं बस भजन मैया तेरे,

‘राजू’ को मैया बस इतना वर दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥


हे शेरावाली नजर एक कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो,

अपने ही रंग में मेरा चोला रंग दो,

हे शेरावाली नजर मुझपे कर दो,

हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो ॥

हम हो गए शंकर बाबा के (Hum Hogaye Shankar Baba Ke)

हम हाथ उठा कर कहते है,
हम हो गए शंकर बाबा के,

बृहस्पतिवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में बृहस्पतिवार का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन बृहस्पति देव, जो कि ज्ञान, शिक्षा, और बौद्धिकता के देवता हैं, को समर्पित होता है।

विवाह पंचमी कब है

विवाह पंचमी एक विशेष हिंदू पर्व है, जो भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से रामभक्तों के लिए महत्वपूर्ण है।

तोरा मन दर्पण कहलाए - भजन (Tora Man Darpan Kahlaye)

तोरा मन दर्पण कहलाए,
भले, बुरे, सारे कर्मों को,