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हे प्रथम पूज्य गौरीनंदन, हम शरण तिहारी आए है (Hey Pratham Pujya Gaurinandan Hum Sharan Tihari Aaye Hai)

हे प्रथम पूज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है,

श्रद्धा के सुमन अर्पित करने,

हम थाल सजा कर लाए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥


तुम रिद्धि सिद्धि के दाता हो,

बल और बुद्धि के प्रदाता हो,

उसको भव पार लगाते हो,

जो नाम तिहारा गाता हो,

नैया भव में है डोल रही,

बड़ी आस लगाकर आए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥


तुम्हे शिव शंकर त्रिपुरारी ने,

है प्रथम पूज्य वरदान दिया,

सब देवों ने अपनी शक्ति,

का गणपति तुम्हे वरदान दिया,

पहले सब तुम्हरा नाम जपे,

हम जय जयकार लगाए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥


मूसे की सवारी कर के प्रभु,

कैलाश पे लीला दिखाते हो,

माँ गौरा मोदक भोग धरे,

बड़े प्रेम से देवा खाते हो,

हम भी श्रद्धा के मोदक से,

तुम्हे भोग लगाने आए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥


कलयुग देवा घनघोर घना,

तुम पार लगाने आ जाओ,

‘चन्दन’ की विनती स्वीकारो,

प्रभु दर्श दिखाने आ जाओ,

हम तुम्हरी जय जयकार करे,

और शीश नवाने आए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥


हे प्रथम पूज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है,

श्रद्धा के सुमन अर्पित करने,

हम थाल सजा कर लाए है,

हे प्रथम पुज्य गौरीनंदन,

हम शरण तिहारी आए है ॥

1 से 7 जनवरी तक के व्रत और त्योहार

इस बार नए साल के पहले हफ्ते में कई व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं। इस बार नए साल की शुरुआत बुधवार के दिन हो रही है। ऐसे में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करना अधिक शुभ रहेगा।

अथार्गलास्तोत्रम् (Athargala Stotram)

पवित्र ग्रंथ दुर्गा सप्तशती में देवी अर्गला का पाठ देवी कवचम् के बाद और कीलकम् से पहले किया जाता है। अर्गला को शक्ति के रूप में व्यक्त किया जाता है और यह चण्डी पाठ का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।

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