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हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना (Hari Ji Meri Lagi Lagan Mat Todna)

हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लाला* जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

गोपाला! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

खेती बोआई मैंने तेरे नाम की, ..[x2]

मेरे भरोसे मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


जल है गहरा नाव पुरानी, ..[x2]

बीच भवर मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


तू ही मेरा सेठ है तू ही साहूकार है, ..[x2]

ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

कार्तिगाई दीपम उत्सव से जुड़ी पौराणिक कथा

कार्तिगाई दीपम उत्सव दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भगवान कार्तिकेय और शिव को समर्पित है। यह उत्सव तमिल माह कार्तिगाई की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को आयोजित होता है।

है पावन शिव का धाम हरिद्वार (Hai Pawan Shiv Ka Dham Haridwar)

कल कल कल जहाँ निर्मल बहती,
माँ गंगा की धार,

डिम डिम डमरू बजावेला हामार जोगिया(Dim Dim Damroo Bajavela Hamar Jogiya)

डिम डिम डमरू बजावेला हामार जोगिया
हे हमार जोगिया हो हमार जोगिया

कौन थे भीष्म के 7 भाई?

भीष्म पितामह गंगा और महाराज शांतनु के आठवें पुत्र थे। गंगा ने अपने पहले सात पुत्रों को जन्म लेते ही नदी में प्रवाहित कर दिया था। इसके पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है।

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