नवीनतम लेख

देवता भी स्वार्थी थे, दौड़े अमृत के लिए (Dewata Bhi Swarthi The, Daude Amrat Ke Liye)

देवता भी स्वार्थी थे,

दौड़े अमृत के लिए,

हम सदा उनको भजेंगे,

जो जहर हंस के पिए,

हम नमन उनको करेंगे,

जो जहर हंस के पिए ॥


जो रहे अमृत के पीछे,

सोचो वो क्या देव है,

जगत के खातिर विष पिया जो,

वो बने महादेव है,

हम नमन उनको करेंगे,

हम नमन उनको करेंगे,

जो सदा सबको दिए,

हम सदा उनको भजेंगे,

जो जहर हंस के पिए ॥


औरो के खातिर जगत में,

सब नहीं जी सकते है,

जो है अविनाशी अजन्मा,

जहर वही पी सकते है,

हम नमन उनको करेंगे,

हम नमन उनको करेंगे,

जो मरे ना ना जिए,

हम सदा उनको भजेंगे,

जो जहर हंस के पिए ॥


देवता भी स्वार्थी थे,

दौड़े अमृत के लिए,

हम सदा उनको भजेंगे,

जो जहर हंस के पिए,

हम नमन उनको करेंगे,

जो जहर हंस के पिए ॥

तेरा पल पल बीता जाए(Tera Pal Pal Beeta Jay Mukhse Japle Namah Shivay)

तेरा पल पल बीता जाए,
मुख से जप ले नमः शिवाय।

सोमवती अमावस्या ना करें ये गलतियां

साल 2024 की आखिरी अमावस्या काफ़ी महत्पूर्ण है। यह दिन भगवान शिव और पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों को प्रसन्न करने हेतु तर्पण किया जाता है।

कर प्रणाम तेरे चरणों में - प्रार्थना (Kar Pranam Tere Charno Me: Morning Prarthana)

कर प्रणाम तेरे चरणों में लगता हूं अब तेरे काज ।
पालन करने को आज्ञा तब मैं नियुक्त होता हूं आज ॥

यह भी जाने