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दरस एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥

इतना बताओ शम्भू मेरे,

तुमने कहाँ कहाँ डाले डेरे,

मुझे वो द्वार बताना रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


भोले कितने धाम तुम्हारे,

तुमको ढूंढ ढूंढ के हारे,

तेरा दरबार मिला ना रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


विनती सुनो महाकालेश्वर,

दर्शन दे दो ओम्कारेश्वर,

तेरी मैं हुई दीवानी रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


कर दो किरपा काशीनाथ,

चित भूमि के बैदनाथ,

सोया भाग जगाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


मुझको बता दो श्री गणेश,

मिलेंगे कहाँ पे शिव नागेश,

मुझे उनसे मिलवाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


बारह शिवलिंगो के रूप,

मुझको दिखा दो सभी स्वरुप,

मुझे तेरा ही सहारा रे,

शिव शंकर डमरू वाले,

दरश एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥


दरस एक बार दिखाना रे,

शिव शंकर डमरू वाले ॥

मेरे सरकार का, दीदार बड़ा प्यारा है(Mere Sarkar Ka Didar Bada Pyara Hai)

मेरे सरकार का,
दीदार बड़ा प्यारा है ।

स्कंद षष्ठी व्रत पूजा विधि

हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाता है। स्कंद षष्ठी व्रत जीवन में शुभता और समृद्धि लाने का एक विशेष अवसर है। इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा विधिपूर्वक करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर होते हैं।

जिस घर में मैया का, सुमिरन होता(Jis Ghar Mein Maiya Ka Sumiran Hota

जिस घर में मैया का,
सुमिरन होता,

चौसठ जोगणी रे भवानी (Chausath Jogani Re Bhawani)

चौसठ जोगणी रे भवानी,
देवलिये रमजाय,

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