नवीनतम लेख

छूम छूूम छननन बाजे, मैय्या पांव पैंजनिया (Chum Chumu Channan Baje Maiya Paon Panjaniya)

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।


पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।

पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।।

पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।।।

पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।।।।


छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।


कौन घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया

(कौन घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया)

कौन घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया

(कौन घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया)

कौन ओढ़ा दे ओढ़निया,

मैय्या पांव पैंजनिया,

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया। - 3


सुनरा घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया

(सुनरा घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया)

सुनरा घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया

(सुनरा घड़ावे मैय्या पांव पैंजनिया)

दर्जी ओढ़ा दे ओढ़निया,

मैय्या पांव पैंजनिया,

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया। - 3


कैहे चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनीय

(कैहे चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया)

कैहे चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया

(कैहे चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया)

कैहे चढ़ा दऊं ओढ़निया,

मैय्या पांव पैंजनिया,

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया। - 3


दुर्ग चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया

(दुर्ग चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया)

दुर्ग चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया

(दुर्ग चढ़ा दऊं मैय्या पांव पैंजनिया)

लंगूर चढ़ा दऊं ओढ़निया,

मैय्या पांव पैंजनिया,

छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया। - 3


छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया। 

पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।

पांव पैंजनिया मैय्या पांव पैंजनिया।।


छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।

(छूम छूूम छननन बाजे,

मैय्या पांव पैंजनिया।)

दोहराएं....


मन मोहन मूरत तेरी प्रभु(Mann Mohan Murat Teri Prabhu)

मन मोहन मूरत तेरी प्रभु,
मिल जाओगे आप कहीं ना कहीं ।

हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी (Hey Anand Ghan Mangal Bhawa)

हे आनंदघन मंगलभवन,
नाथ अमंगलहारी,

माघ गुप्त नवरात्रि कवच पाठ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।

बांके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा (Banke Bihari Re Door Karo Dukh Mera)

बांके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा,
दूर करो दुख मेरा, बिहारी जी,

यह भी जाने