नवीनतम लेख

चटक मटक चटकीली चाल, और ये घुंघर वाला बाल (Chatak Matak Chatkili Chaal Aur Ye Ghunghar Wala Baal)

चटक मटक चटकीली चाल,

और ये घुंघर वाला बाल,

तिरछा मोर मुकट सिर पे,

और ये गल बैजंती माल,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार ॥


नटखट नटवर नन्द दुलारे,

तुम भक्तो के प्राण आधारे,

चंचल चितवन चीर चुरइयाँ,

सबकी नैया पार लगइयाँ,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार ॥


केसरिया बागा तन सोहे,

बांकी अदा मेरा मन मोहे,

कैसी मंत्र मोहनी डाली,

मैं सुध भूल भई मतवारी,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार ॥


पल पल करू वंदना तेरी,

पूरी करो कामना मेरी,

छवि धाम रूप रस खानी,

प्रीत की रीत निभानी जानी,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार ॥


चटक मटक चटकीली चाल,

और ये घुंघर वाला बाल,

तिरछा मोर मुकट सिर पे,

और ये गल बैजंती माल,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार,

तेरी सांवरी सुरतिया,

पे दिल गई हार ॥

इस धरती पर स्वर्ग से सुन्दर, है तेरा दरबार(Is Dharti Par Swarg Se Sundar Hai Tera Darbar)

इस धरती पर स्वर्ग से सुन्दर,
है तेरा दरबार ॥

श्री कुवेर चालीसा (Shree Kuveer Chalisa)

जैसे अटल हिमालय और जैसे अडिग सुमेर ।
ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे (Bhagton Ko Darshan De Gayi Re Ek Choti Si Kanya)

भगतो को दर्शन दे गयी रे,
एक छोटी सी कन्या ॥

आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..: भजन (Ajaa Nand Ke Dulare)

आजाआ... ओओओ...
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..

यह भी जाने