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छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया (Cham Cham Nache Hanuman Baje Re Pag Paijaniya)

छम छम नाचे हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया,

राम का करे गुणगान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


रोम रोम में राम रमाए,

राम में जिनके प्राण समाए,

राम रसिक गुण खान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


सोने जैसा सुधड़ सरीरा,

राम काज को रहते अधीरा,

ऐसा बलि बलवान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


सुन्दरतम कपि श्रेष्ठ सजीला,

वानर मुख वानर सम लीला,

मारुती की संतान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


अष्ट प्रहर ये कष्ट हटाता,

शक्तिमान ये शक्ति का दाता,

बल का का करे ना गुमान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


ये पल में ‘राजेंद्र’ बनाए,

योगी राज योगेंद्र कहाए,

कोई ना इनके समान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥


छम छम नाचे हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया,

राम का करे गुणगान,

बजे रे पग पैजनिया,

छम छम नाचें हनुमान,

बजे रे पग पैजनिया ॥

आज राम मेरे घर आए (Aaj Ram Mere Ghar Aaye)

आज राम मेरे घर आए,
मेरे राम मेरे घर आए,

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी (Shri Krishna Govind Hare Murari)

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पहिले पहिल हम कईनी

पहिले पहिल हम कईनी,
छठी मईया व्रत तोहर,

बच्छ बारस शुभ मूहूर्त, पूजा विधि (Bachh Baras Shubh Muhrat, Puja Vidhi)

बच्छ बारस जिसे गोवत्स द्वादशी भी कहा जाता है। ये पर्व आगामी 28 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा।

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