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चले पवन की चाल, मेरा बजरंगबली (Chale Pawan Ki Chaal Mera Bajrangbali)

लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


माँ अंजनी का प्यारा है,

राम भगत मतवाला है,

राम भजन में मस्त रहे,

भक्तो का रखवाला है

भूत प्रेत को मार भगावे,

दुष्टो का है काल,

मेरा बजरंगबली ॥


जब जब राम ने हुकुम दिया,

पल में पूरा काम किया,

राम सहारा लेकर के,

पूरा पर्वत उठा दिया,

राम सुमीर कर गढ़ लंका में,

धरा रूप विकराल,

मेरा बजरंगबली ॥


राम तेरे मन वचन में है,

राम तेरे दर्शन में है,

रोम रोम में राम तेरे,

राम तेरे सुमिरन में है,

दर्श करा दे श्रीराम का,

हे अंजनी के लाल,

मेरा बजरंगबली ॥


मंगल और शनिवार के दिन,

तेरी पूजा भारी है,

सालासर मेहंदीपुर में,

तेरी महिमा न्यारी है,

ये ‘लख्खा’ अब तुझे मनाए,

काट मेरे जंजाल,

मेरा बजरंगबली ॥


लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


ओम सुंदरम ओमकार सुंदरम (Om Sundaram Omkar Sundaram)

ओम सुंदरम ओमकार सुंदरम,
शिव सुंदरम शिव नाम सुंदरम,

कैला देवी चालीसा (Kaila Devi Chalisa)

जय जय कैला मात हे, तुम्हे नमाउ माथ ॥
शरण पडूं में चरण में, जोडूं दोनों हाथ ॥

ये तुम्हारी है कृपा माँ, तेरा दर्शन हो रहा: भजन (Ye Tumhari Hai Kripa Maa Tera Darshan Ho Raha)

ये तुम्हारी है कृपा माँ,
तेरा दर्शन हो रहा,

अनंत पूजा और विश्वकर्मा पूजा का विशेष संगम

17 सितंबर को एक खास दिन है, जब अनंत चतुर्दशी व्रत, अनंत पूजा और बाबा विश्वकर्मा पूजा एक साथ मनाए जाएंगे। यह दिन भगवान विष्णु और भगवान विश्वकर्मा की विशेष आराधना का अवसर है। इन दोनों पूजा विधियों के धार्मिक महत्व और अनुष्ठानों पर आइए विस्तार से नजर डालते हैं

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