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भोले दी बरात - भजन (Bhole Di Baraat)

भोले दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के,

हो सारीया ने सारीया ने,

सारीया ने भगत पियारिया ने,

भोलें दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के ॥


ब्रह्मा विष्णु खुशी मनांदे,

देवी देव जयकारे लौंदे,

बन के बाराती आए,

सज धज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के।

भोलें दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के ॥


भोले वखरा रूप बणाया,

गौरा मैया नाल ब्याह रचाया,

वेखनु ने आए सारे,

भज भज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के।

भोलें दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के ॥


महिमा शिव दी कहे ‘शिवानी’,

साज भी ना थकदे,

बज बज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के।

भोलें दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के ॥


भोले दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के,

हो सारीया ने सारीया ने,

सारीया ने भगत पियारिया ने,

भोलें दी बरात चढ़ी,

गज वज के,

सारीया ने भंग पीती,

रज रज के ॥

विनायक चतुर्थी का व्रत कथा

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन भक्त श्रद्धा पूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान (Maine Tere Hi Bharose Hanuman)

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई ॥

तू शब्दों का दास रे जोगी - भजन (Tu Sabdon Ka Das Re Jogi)

सबदा मारा मर गया,
सबदा छोडियो राज ।

दादी मैं थारी बेटी हूँ (Dadi Mein Thari Beti Hu)

दादी मैं थारी बेटी हूँ,
रखियो मेरी लाज,

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