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भारत माता तेरा आँचल (Bharat Mata Tera Aanchal)

भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


हरी हो गयी बंजर धरती,

नाचे झरनो में बिजली ।

सोना-चांदी उगल रही है,

तेरी नदियों का पानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


मस्त हवा जब लहराती है,

दूर-दूर तक पहुंचाती है ।

तेरे ऊँचे-ऊँचे पर्वत,

निडर बहादुर सेनानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।

ओ शंकर भोले, जपती मैं तुमको हरदम (O Shankar Bhole Japti Main Tumko Hardam)

ओ शंकर भोले,
जपती मैं तुमको हरदम,

रख लाज मेरी गणपति(Rakh Laaj Meri Ganpati)

रख लाज मेरी गणपति,
अपनी शरण में लीजिए ।

कला साधना पूजा विधि

कला को साधना कहा जाता है , क्योंकि यह केवल मनोरंजन नहीं बल्कि आत्मा की एक गहरी यात्रा होती है। चाहे वह संगीत, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, नाटक या किसी अन्य रूप में हो।

ललिता देवी मूल मंत्र और स्तोत्र

ललिता जयंती का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। अगर व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ मां की पूजा करे तो मां उसे शक्ति प्रदान करती हैं।

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