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बालाजी मने राम मिलन की आस (Balaji Mane Ram Milan Ki Aas)

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कब मिलवाओगे ।

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


राम रटा था जब शबरी ने,

छोड़कर आए रामनगरी ने ।

आए वह रघुनंदन के दास,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


सुग्रीव राजा ने जमाना,

तेरे कारण हुया याराना ।

ओ.. बाली की काटी साँस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


रावण का वो भाई विभीषण,

रहा करें वह दिशा दक्षिण ।

अरे.. वो रहा राम के पास,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले (Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)

दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,
तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

हे विनय विनायक विनती करा(Hey Vinay Vinayak Vinati Kara)

हे विनय विनायक विनती करा
म्हारे आंगन आप पधारो जी,

कान छेदने के मुहूर्त

हिंदू धर्म में मानव जीवन में कुल 16 संस्कारों का बहुत अधिक महत्व है इन संस्कारों में नौवां संस्कार कर्णवेध या कान छेदने का संस्कार।

मौनी अमावस्या पर करें पितृ चालीसा पाठ

माघ माह की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन लोग पूजा-अर्चना और पितरों की पूजा में भाग लेते हैं। मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य प्राप्ति होती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

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