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बैल की सवारी करे डमरू बजाये (Bail Ki Sawari Kare Damroo Bajaye)

बैल की सवारी करे डमरू बजाये

जग के ताप हरे सुख बरसाये

ॐ नमः शिवाये, ॐ नमः शिवाये


रचना रचा के आप खेले रे खिलाड़ी

कहीं पे बनावो राजा कहीं पे भिखारी

रोने लगा हार के वो जीत के हंसाये

जग के ताप हरे सुख बरसाये

बैल की सवारी करे..


बाघम्बर लपेटे वो पहने नागमाला

हाथों में त्रिशूल धरे नाम भोला-भाला

दीनों पे दयाल होके लक्ष्मी लुटाए

जग के ताप हरे सुख बरसाये

बैल की सवारी करे..


स्वर्ग से उतारी गंगा जटा में समाई

भगतों को तारने धरती पे आई

भाल नेत्र ज्वाला से वो पापों को जलाये

जग के ताप हरे सुख बरसाये

बैल की सवारी करे..


महादेव महादानी जग रखवाला

शरण में आये को कर दे निहाला

उसकी लीला कौन जाने उसके सिवाय

जग के ताप हरे सुख बरसाये

बैल की सवारी करे..


बैल की सवारी करे डमरू बजाये

जग के ताप हरे सुख बरसाये

ॐ नमः शिवाये, ॐ नमः शिवाये

बोलो राम! मन में राम बसा ले (Bolo Ram Man Me Ram Basa Le Bhajan)

बोलो राम, जय जय राम, बोलो राम
जन्म सफल होगा बन्दे,

परिवर्तनी एकादशी 2024: चातुर्मास के दौरान जब भगवान विष्णु बदलते हैं करवट, जानें इस दिन की पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का बहुत महत्व है। हर एक त्योहार और व्रत से जुड़ी कई कथाएं होती हैं, जिन्हें पढ़ने और जानने से व्यक्ति को धार्मिक लाभ होते हैं।

गौरा जी को भोले का, योगी रूप सुहाया है(Goura Ji Ko Bhole Ka Yogi Roop Suhaya Hai)

गौरा जी को भोले का,
योगी रूप सुहाया है,

घनश्याम तुम ना आये, जीवन ये बीता जाये (Ghanshyam Tum Na Aaye Jeevan Ye Beeta Jaye)

घनश्याम तुम ना आये,
जीवन ये बीता जाये ॥

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