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बाबा मुझे दर्शन दें महाकाल (Baba Mujhe Darshan De Mahakal)

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥


चिंतामण सब चिंता हरते,

मंगलनाथ है मंगल करते,

तेरी उज्जैनी नगरी कमाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


काल भैरव से शक्ति मिलती,

हरसिद्धि माँ हर दुःख हरती,

यहाँ राधा के संग गोपाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


क्षिप्रा तट उज्जैन विराजे,

कालो के महाकाल निराले,

‘मनीष’ का पकड़ ले हाथ,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥

बिनती सुनिए नाथ हमारी - भजन (Bhajan: Binati Suniye Nath Hamari)

गोपाल गोकुल वल्लभी,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभम,

पितृ पक्ष की पौराणिक कथा

संतान के द्वारा श्राद्धकर्म और पिंडदान आदि करने पर पितरों को तृप्ति मिलती है, और वे अपनी संतानों को धन-धान्य और खुश रहने का आशीर्वाद देते हैं।

जब जब भी तेरा प्रेमी आंसू कहीं बहाए(Jab Jab Bhi Tera Premi Aansu Kahin Bahaye)

जब जब भी तेरा प्रेमी,
आंसू कहीं बहाए,

श्री सूर्य देव चालीसा (Shri Surya Dev Chalisa)

कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग।
पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥