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अर्जी सुनकर मेरी मैया, घर में मेरे आई (Arji Sunkar Meri Maiya, Ghar Mein Mere Aayi)

अर्जी सुनकर मेरी मैया,

घर में मेरे आई,

झूम झूम के नाचूं मैं तो,

बाटूँ आज बधाई,

नाचूँ झूम झूम के,

गाऊं झूम झूम के ॥


सबसे पहले मैया रानी,

के मैं चरण धुलाऊँ,

माँ के पावों के कुमकुम को,

माथे अपने लगाऊं,

देख देख के जगदम्बे को,

अखियां भर भर आई,

झूम झूम के नाचूं मैं तो,

बाटूँ आज बधाई,

नाचूँ झूम झूम के,

गाऊं झूम झूम के ॥


बिन दर्शन के मैया मेरा,

जीवन था अधुरा,

तेरे आने से मेरी मैया,

सपना हुआ है पूरा,

अपने गले लगाकर मुझको,

किरपा है बरसाई,

झूम झूम के नाचूं मैं तो,

बाटूँ आज बधाई,

नाचूँ झूम झूम के,

गाऊं झूम झूम के ॥


छप्पन भोग छत्तीसो मेवा,

हाथों से खिलाऊँ,

मेहँदी लगाऊ चुनड़ी ओढाऊँ,

तेरा लाड़ लड़ाऊँ,

‘श्याम’ कहे इच्छा हुई पूरी,

माँ मेरी मनचाही,

झूम झूम के नाचूं मैं तो,

बाटूँ आज बधाई,

नाचूँ झूम झूम के,

गाऊं झूम झूम के ॥


अर्जी सुनकर मेरी मैया,

घर में मेरे आई,

झूम झूम के नाचूं मैं तो,

बाटूँ आज बधाई,

नाचूँ झूम झूम के,

गाऊं झूम झूम के ॥

सोमवती अमावस्या पर पितृ चालीसा का पाठ

साल 2024 की पौष माह की अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है। यह साल 2024 की आखिरी अमावस्या होने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।

आयी बरसाने वाली है आयी (Aayi Barsane Wali Hai Aayi)

आयी बरसाने वाली है आयी,
रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,
ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

मैं हूँ दासी तेरी दातिए (Main Hoon Daasi Teri Datiye)

मैं हूँ दासी तेरी दातिए,
सुन ले विनती मेरी दातिए,

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