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बालाजीं मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं (Balaji Meri Bigdi Bana Do Mere Balaji)

बालाजी बालाजी,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं,

तेरे चरणों में आया दीवाना जी,

बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥


माता अंजनी के प्यारे दुलारे हो तुम,

भोले बाबा के रूद्र अवतारी हो तुम,

जग में बाजे तुम्हारा ही डंका जी,

बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥


राम संकट में तुम सहारा बने,

सीताराम जी का आँखों का तारा बने,

तुमसा कोई नहीं जग में दूजा जी,

बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥


दास ‘योगेंद्र’ दरबार आया प्रभु,

चरण ‘कमल’ भी अरदास लाया प्रभु,

पाएं जन्म जन्म वर चाहूँ जी,

बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥


बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं,

तेरे चरणों में आया दीवाना जी,

बालाजीं बालाजीं,

मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥

चदरिया झीनी रे झीनी - भजन (Chadariya Jhini Re Jhini)

कबीरा जब हम पैदा हुए,
जग हँसे हम रोये,

नाकोड़ा के भैरव तुमको आना होगा(Nakoda Ke Bhairav Tumko Aana Hoga)

नाकोड़ा के भैरव तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा ।

माई सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे (Mai Sabke Bal Gopal Sada Khushal Rahe)

माई सबके बाल गोपाल,
सदा खुशहाल रहे,

भीष्म अष्टमी पर करें गंगा स्नान

भीष्म अष्टमी सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन विशेष रूप से पितरों को समर्पित होता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके वंश में संतान नहीं होती। यह पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

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