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जागरण की रात मैया, जागरण में आओ (Jagran Ki Raat Maiya Jagran Mein Aao)

जागरण की रात मैया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओ,

आस लगाए बैठे है माँ,

अब तो दरश दिखाओ,

जागरण की रात मईया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओं ॥


तेरे भक्तों ने मैया,

तेरी ज्योत जगाई,

तेरे लिए महामाई,

चुनरी लाल मंगाई,

पान सुपारी हलवा पूरी,

आके भोग लगाओ,

जागरण की रात मईया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओं ॥


तेरी शेर सवारी,

भक्तो के मन भाई,

दर्श बिना अब तेरे,

एक पल रहा ना जाए,

जल्दी से तुम आ जाओ माँ,

अब ना देर लगाओ,

जागरण की रात मईया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओं ॥


‘पासी केसरी’ मैया,

तेरी दिल से भेंट गाए,

जो भी दर पे आता,

झोली भर के जाए,

‘लाडी’ की भी मैया जी,

अब बिगड़ी बात बनाओ,

जागरण की रात मईया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओं ॥


जागरण की रात मैया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओ,

आस लगाए बैठे है माँ,

अब तो दरश दिखाओ,

जागरण की रात मईया,

जागरण में आओ,

माँ जागरण में आओं ॥


पोंगल त्योहार की पूजा विधि

पोंगल दक्षिण भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे खासकर तमिलनाडु में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य देवता की उपासना का प्रतीक है और खासकर कृषि उत्पादकता और समृद्धि से जुड़ा हुआ है।

शरण में आये हैं हम तुम्हारी (Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari)

शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

शेरावाली का सच्चा दरबार है (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है,
यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

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