नवीनतम लेख

अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता (Agar Shyam Sundar Ka Sahara Na Hota)

अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ।


जबसे मिली है दया हमको इनकी,

तो राहें बदल दी मेरी जिन्दगी की ।

नजारे करम का इशारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ॥

॥ अगर श्याम सुन्दर का...॥


इन्ही के सहारे जीए जा रहे है,

नाम का अमृत पीए जा रहे हैं ।

मेरा बिगड़ा जीवन संवारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ॥

॥ अगर श्याम सुन्दर का...॥


मेरे श्याम, मेरे श्याम, मेरे श्याम,

मेरे श्याम, मेरे श्याम, मेरे श्याम ।


कोई नहीं था दुनियाँ में अपना,

कन्हिया से मिलना लगता है सपना ।

कन्हिया ने हमको जो पुकारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ॥

॥ अगर श्याम सुन्दर का...॥


भँवर में थी नैया, दिया है किनारा,

इन्ही की कृपा से चले है गुजारा ।

कृपा भरी दृष्टि से निहारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ॥

॥ अगर श्याम सुन्दर का...॥


अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता,

तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ।

मां ज्वाला देवी की कथा

मां भगवती के 51 शक्तिपीठों में से एक, ज्वालामुखी मंदिर, अपनी अनूठी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। इसे 'जोता वाली मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए।

झूलेलाल जयंती क्यों और कैसे मनाए

झूलेलाल जयंती, जिसे चेटीचंड के नाम से भी जाना जाता है, सिंधी समुदाय के लिए एक पवित्र और महत्वपूर्ण दिन होता है। यह पर्व चैत्र शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है, जो हिंदू नववर्ष के प्रारंभिक दिनों में आता है।

मैया आरासुरी करजो आशा पूरी (Maiya Aarasuri Kar Jo Aasha Puri)

मैया आरासुरी करजो आशा पूरी म्हारी अम्बे,
हूँ तो विनती करूँ जगदम्बे,

विनायक चतुर्थी के उपाय

सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का काफी महत्व है। चतुर्थी का पर्व शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है। इस बार विनायक चतुर्थी 1 फरवरी 2025 को है। यह दिन भगवान गणेश जी को समर्पित है।

यह भी जाने