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आयेगा मेरा श्याम, लीले चढ़ करके (Aayega Mera Shyam. Lile Chadh Karke)

दिल से जयकारा बोलो,

संकट में कभी ना डोलो,

पकड़ेगा तेरा हाथ,

सांवरा बढ़ करके,

आएगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके,

लीले चढ़ करके,

ओ लीले चढ़ करके,

आयेगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके ॥


मेरे श्याम का एक जयकारा,

कितनो को पार उतारा,

दिल से जब कोई पुकारा,

हारे का बना सहारा,

करता भक्तों की रखवाली,

अड़ कर के,

आयेगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके ॥


कलयुग का देव निराला,

मेरा बाबा खाटू वाला,

है देव बड़ा दिलवाला,

खोले किस्मत का ताला,

तोड़ दे कड़की का,

ये ताला कड करके,

आयेगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके ॥


चल बन जा श्याम दीवाना,

ये जाने प्रीत निभाना,

हीरे मोती से ना भरमाना,

दो भक्ति के फूल चढ़ाना,

कभी बुलाना ना तू,

‘रोमी’ अकड़ करके,

आयेगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके ॥


दिल से जयकारा बोलो,

संकट में कभी ना डोलो,

पकड़ेगा तेरा हाथ,

सांवरा बढ़ करके,

आएगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके,

लीले चढ़ करके,

ओ लीले चढ़ करके,

आयेगा मेरा श्याम,

लीले चढ़ करके ॥

अन्वाधान पौराणिक कथा

हिंदू धर्म में त्योहारों का विशेष महत्व है। हर त्योहार अपनी पौराणिक कथाओं और परंपराओं के कारण अद्वितीय स्थान रखता है। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है 'अन्वाधान’, जिसे वैष्णव सम्प्रदाय विशेष रूप से मनाता है।

ये मेरी अर्जी है: भजन (Ye Meri Arzi Hai)

ये मेरी अर्जी है,
मै वैसी बन जाऊँ,

श्री खाटु श्याम चालीसा (Shri Khatu Shyam Chalisa)

श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद ।
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मंगल मूर्ति मारुति नंदन(Mangal Murti Maruti Nandan)

जय श्री हनुमान
जय श्री हनुमान

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