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आजा कलयुग में लेके, अवतार ओ भोले (Aaja Kalyug Me Leke, Avtar O Bhole)

अवतार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले ॥


दुनिया बनाने वाले,

कर दुनिया का ख्याल रे,

तेरे संसार का हुआ है,

बुरा हाल रे,

भाई को भाई रहा मार ओ भोले,

भाई को भाई रहा मार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले ॥


हाल कभी पूछ आके,

भोले तू गरीब का,

लिख्या सब ते न्यारा,

भाग क्या ते बदनसीब का,

रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,

रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले ॥


पापियों के पाप धो धो,

गंगा मैली हो गई,

पापों से लड़ेगी कब तक,

ये पहेली हो गई,

तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,

तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले ॥


आजा कलयुग में लेके,

अवतार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले,

अपने भक्तो की सुनले,

पुकार ओ भोले ॥

हे विनय विनायक विनती करा(Hey Vinay Vinayak Vinati Kara)

हे विनय विनायक विनती करा
म्हारे आंगन आप पधारो जी,

जानें कब है विनायक चतुर्थी

विनायक चतुर्थी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

जन्मे अवध रघुरइया हो (Janme Awadh Raghuraiya Ho)

जन्मे अवध रघुरइया हो, सब मंगल मनावो
रूप मे अनूप चारो भइया हो,

शिवलिंग पर जल चढ़ाने की कथा

सनातन धर्म में भगवान शिव को सुख-सौभाग्य, सत्य और आस्था का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिल सकती है।

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