नवीनतम लेख

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा (Aa Maan Aa Tujhe Dil Ne Pukaara)

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ।

दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥

शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ ।

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥

प्रेम से बोलो, जय माता दी ।

सारे बोलो, जय माता दी ।

मिल के बोलो, जय माता दी ।

फिर से बोलो, जय माता दी ।


मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।

मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।

मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।

मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।

मैया मैया बोले मेरा, मन एक तारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा...॥


तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।

तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।

तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।

तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।

चरणों मे तेरे मैंने, तन मन वारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा...॥


मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।

रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।

मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।

रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।

नो को रूप तेरा लगता है प्यारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा...॥


जय माता दी, जय माता दी ।

कष्ट निवारे, शेरों वाली ।

पार लगादे, शेरों वाली ।

है दुःख हरनी, शेरों वाली ।

बिगड़ी बना दे, शेरों वाली ।


प्रेम से बोलो, जय माता दी ।

सारे बोलो, जय माता दी ।

जोर से बोलो, जय माता दी ।

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया (Krishna Kanhaiya Bansi Bajaiya)

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया,
नंदलाला घनश्याम रे,

जय बजरंगी बोले, वो कभी ना डोले (Jay Bajrangi Bole Vo Kabhi Na Dole)

बोले बोले रे जयकारा,
जो बाबा का बोले,

मकर संक्रांति पर कहां लगाएं डुबकी

मकर संक्रांति, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन गंगा में स्नान का काफी महत्व है। इस दिन महाकुंभ में स्नान किया जा सकता है।

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी (Ab Naa Banegi Too Phir Na Banegi)

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी
नर तन बार बार नहीं मिलता