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आ जाओ अम्बे मैया (Aa Jao Ambe Maiya)

आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

गणपति जी आ गए,

गणपति जी आ गए,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

रिद्धि सिद्धि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

कान्हा जी आ गए,

कान्हा जी आ गए,

राधा रुक्मणि संग लेके,

राधा रुक्मणि संग लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


तेरे पायल की छम छम से,

भोले जी आ गए,

शंकर जी आ गए,

मैया गौरा संग लेके,

माँ पारवती को लेके,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥


आ जाओ अम्बे मैया,

मेरे मकान में,

तेरी छम छम पायल बाजे,

सारे जहान में,

आ जाओ अम्बे मईया ॥

कांच ही बांस के बहंगिया (Kaanch Hi Baans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकति जाए।

शनिवार को कष्ट कटे, मंगल हो मंगलवार(Saniwar Ko Kasht Kate Mangal Ho Mangalwar)

आ जाओ और किरपा पा लो,
हफ्ते में दो बार,

बुधवार व्रत कथा और महत्व

सनातन हिंदू धर्म के अनुसार सभी सातों दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित होते हैं। इसलिए, हर दिन के अनुसार पूजा-आराधना की जाती है।

श्री शिव चालीसा

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान।।

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