नवीनतम लेख
तेरे नाम का दीवाना, तेरे द्वार पे आ गया है,
तेरे मन में राम, तन में राम ॥
निगुरे नहीं रहना सुन लो चतुर सुजान निगुरे नहीं रहना...
सुनलो बाबा बजरंगी, मैं कैसे तुझे रिझाऊं,
सुनले ओ मेरी मैया, मुझे तेरा ही सहारा,
सुन री यशोदा मैया, तेरे नंदलाल रे,
सुन राधिका दुलारी में, हूँ द्वार का भिखारी,
सुन मेरी मात मेरी बात, छानी कोणी तेरे से,
सुखी मेरा परिवार है, ये तेरा उपकार है,