ॐ जय जानकीनाथा, प्रभु! जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनियेबाता॥
ॐ जय जानकीनाथा..
तुम रघुनाथ हमारे, प्राण, पिता माता।
तुम ही सज्जन-संगी, भक्ति मुक्ति दाता॥
ॐ जय जानकीनाथा...
लख चौरासी काटो, मेटो यम त्रासा।
निसिदिन प्रभु मोहि रखियेअपने ही पासा॥
ॐ जय जानकीनाथा...
राम भरत लछिमन, सँग शत्रुहन भैया।
जगमग ज्योति विराजै, शोभा अति लहिया॥
ॐ जय जानकीनाथा...
हनुमत नाद बजावत,नेवर झमकाता।
स्वर्णथाल कर आरती, कौशल्या माता॥
ॐ जय जानकीनाथा...
सुभग मुकुट सिर, धनु सर, कर सोभा भारी।
तुलसीदास दर्शन करि, पल-पल बलिहारी॥
ॐ जय जानकीनाथा...
ॐ जय जानकीनाथा, प्रभु! जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनियेबाता॥
ॐ जय जानकीनाथा..
बोलिये श्रीरामचन्द्रजी की जय
दर्शन को तेरे आया,
सब देव तेरी माया,
मार्गशीर्ष मास धर्म, भक्ति और ज्योतिषीय महत्व से परिपूर्ण एक विशिष्ट मास माना जाता है। यह मास भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है और इसे अत्यंत शुभ भी माना जाता है।
मार्गशीर्ष माह में यम नियम का अनुसरण करके व्यक्ति अपने वर्तमान जीवन को सुधार सकता है। साथ ही अपने आगामी जन्मों के लिए भी अच्छा भाग्य अर्जित कर सकता है। ये माह कई मायनों में विशेष होता है।
मार्गशीर्ष माह भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित माना जाता है। इस माह कई बड़े व्रत त्योहार भी पड़ रहे हैं। ऐसे में इस आलेख में देखिए त्योहारों की पूरी लिस्ट डेट और इनका महत्व।