श्री गौमाता जी की आरती (Shri Gaumata Ji Aarti)

ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,
जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।। 
ॐ जय गौमाता....


सुख समृद्धि प्रदायिनी, गौ की कृपा मिले,
जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले।। 
ॐ जय गौमाता....


आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई,
शत्रु मित्र सब जाने, सब की सुख दाई।। 
ॐ जय गौमाता....


सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृत दुग्ध दियो,
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो।। 
ॐ जय गौमाता....


ममतामयी मनभाविनी, तुम ही जग माता,
जग की पालनहारी, कामधेनु माता।। 
ॐ जय गौमाता....


संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई,
गौशाला की सेवा, संतन मन भाई।। 
ॐ जय गौमाता....


गौमाता की रक्षा हेतु, हरी अवतार लियो,
गौ पालक गोपाला, शुभ सन्देश दियो।। 
ॐ जय गौमाता....


गौमाता की आरती, जो कोई जन गावे,
पदम् कहत वैतरणी, भव से तर जावे।। 
ॐ जय गौमाता....


ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,
जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।। 
ॐ जय गौमाता....


गौमाता की जय हो



गौ माता की आरती का शुभ समय और इससे होने वाले लाभ 


गौ माता की आरती का शुभ समय:


गौ माता की आरती किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन इन दिनों में करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है:


1. गोपाष्टमी: गोपाष्टमी के दिन गौ माता की आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

2. पूर्णिमा: पूर्णिमा के दिन गौ माता की आरती करना शुभ माना जाता है।


3. सोमवार: सोमवार का दिन गौ माता को समर्पित है, इसलिए इस दिन आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।


4. गुरुवार: गुरुवार का दिन भी गौ माता की आरती के लिए उपयुक्त है।


इसके अलावा, आप गौ माता की आरती किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं, जैसे कि:



- सुबह सूर्योदय के समय

- शाम सूर्यास्त के समय


- रात्रि में दीपक जलाने के समय


आरती करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। आरती के दौरान गौ माता की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें और दीपक जलाएं। आरती के बाद, प्रसाद वितरित करें।


गौ माता की आरती के लाभ:


1. पापों का नाश: गौ माता की आरती करने से पापों का नाश होता है।

2. आत्मशुद्धि: गौ माता की आरती करने से आत्मशुद्धि होती है।


3. मानसिक शांति: गौ माता की आरती करने से मानसिक शांति मिलती है।


4. स्वास्थ्य लाभ: गौ माता की आरती करने से स्वास्थ्य लाभ होता है।


5. धन और समृद्धि: गौ माता की आरती करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


6. संतान प्राप्ति: गौ माता की आरती करने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।


7. गृह कलेश निवारण: गौ माता की आरती करने से गृह कलेश निवारण होता है।


8. आध्यात्मिक विकास: गौ माता की आरती करने से आध्यात्मिक विकास होता है।


9. भय और चिंता का नाश: गौ माता की आरती करने से भय और चिंता का नाश होता है।


10. जीवन में सुख और समृद्धि: गौ माता की आरती करने से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


11. गौ माता के अन्दर 33 कोटी देवताओं का वास होता है, इसलिए गौ माता की आरती करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद एकसाथ मिल जाता हैं। 

........................................................................................................
मेरे साथ रहना श्याम(Mere Sath Rehna Shyam)

बाबा देखो मेरी ओर,
मैं हूँ अति कमजोर,

राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे(Ram Ke Dulare, Mata Janki Ke Pyare)

जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम

हनुमत जय बजरंगबली (Hanumat Jay Bajrangbali)

हनुमत जय बजरंगबली,
आपका नाम जपा है जिसने,

मुझे तूने मालिक, बहुत कुछ दिया है (Mujhe Tune Malik Bahut Kuch Diya Hai)

मुझे तूने मालिक,
बहुत कुछ दिया है ।

यह भी जाने