आरती श्री गौमाता जी की (Aarti Shri Gaumata Ji)

ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,

जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।। 

ॐ जय गौमाता....


सुख समृद्धि प्रदायिनी, गौ की कृपा मिले,

जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले।। 

ॐ जय गौमाता....


आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई,

शत्रु मित्र सब जाने, सब की सुख दाई।। 

ॐ जय गौमाता....


सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृत दुग्ध दियो,

अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो।। 

ॐ जय गौमाता....


ममतामयी मनभाविनी, तुम ही जग माता,

जग की पालनहारी, कामधेनु माता।। 

ॐ जय गौमाता....


संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई,

गौशाला की सेवा, संतन मन भाई।। 

ॐ जय गौमाता....


गौमाता की रक्षा हेतु, हरी अवतार लियो,

गौ पालक गोपाला, शुभ सन्देश दियो।। 

ॐ जय गौमाता....


गौमाता की आरती, जो कोई जन गावे,

पदम् कहत वैतरणी, भव से तर जावे।। 

ॐ जय गौमाता....


ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,

जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।। 

ॐ जय गौमाता....


गौमाता की जय हो

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श्री रघुपति जी की वंदना (Shri Raghupati Ji Ki Vandana)

बन्दौं रघुपति करुना निधान, जाते छूटै भव-भेद ग्यान॥
रघुबन्स-कुमुद-सुखप्रद निसेस, सेवत पद-पन्कज अज-महेस॥

हरियाली अमावस्या : पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पर्यावरण संरक्षण का अनोखा पर्व

आज 4 अगस्त यानी रविवार को हरियाली अमावस्या है, ये तिथि भगवान शिव को समर्पित श्रावण मास की एक विशेष तिथि है जो हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। माना जाता है कि साल के इस समय धरती हरियाली की चादर से ढक जाती है इसलिए श्रावण अमावस्या को हरियाली का त्यौहार कहा जाता है।

आरती श्री जगदीश जी की (Aarti of Shri Jagdish Ji Ki)

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥

श्री शिवमङ्गलाष्टकम् (Sri Shivmangalashtakam)

भवाय चन्द्रचूडाय निर्गुणाय गुणात्मने ।